Monday, January 5, 2015

छेरछेरा तिहार छत्तीसगढ़ी

ये असली तिहार हे हमर संगी
 छेरछेरा रे संगी
 किसान के होगे बेरा
 फसल कटा गे
 जम्मो संसो लुआ गे
 मुउहा के मस्ती किसान के बस्ती
 अन्नपूर्णा देवी के किरिया
 दिवाली के दिया बूता गे
 होली के सब रँग छुटा गे
 जब आगे छेरछेरा के रतिहा
 कोठा के धान भरा गे
 घर मा लक्ष्मी मा आगे
 अमर हो गे छत्तीसगढ़ के भुइहाँ
 दे के अन्न के दान मन ला तृप्ति मिल गे
 तन ला अमृत मिल गे
 ये जोहार हे संगी
 ये छत्तीसगढ़ के सबले बड़े तिहार हे संगी
 श्री

Saturday, January 3, 2015

LETTER TO LOVE

तेरी प्यारी आँखों और मुस्कुराहट पे
पूरी कायनात कम लगती है,
काश की हम,
जिम्मेदारी से रुखसत,
कुछ पल साथ गुजारें,
 बीती भूलों को सुधारें ,
कुछ अफसाने तुम कहो,
कुछ हम सुनाएँ ,
जीवन तो जल धारा,
जानेकब तक साथ,
गर मुमकिन हो,
हमेशा साथ रहो,
बिन तेरे मैं कुछ नहीं,
बिन तेरे मैं कुछ भी नही
श्री