Thursday, August 19, 2010

NCC SONG


राष्ट्रीय कैडेट कोर ( NATIONAL CADET CORE )
NCC SONG 


हम  सब  भारतीय   है |,हम  सब  भारतीय  है |
अपनी  मंजिल  एक  है | ,
आहाहा......   एक  है |,ओहोहो..........  एक  है |
हम  सब  भारतीय  है |
                            (१)
कश्मीर  कि  धरती  रानी  है ,सरताज  हिमालय  है |
सदियों  से  हमने  इसको  अपने  खून  से  पाला  है |
देश  के  रक्षा  के  खातिर  हम  समशीर   उठा लेंगे |
हम  समशीर   उठा लेंगे |
बिखरे  बिखरे  तारे  है हम |........२ 
लेकिन  झिलमिल  एक   है |
आहाहा ................  एक  है | ओहोहो...........  एक  है |

हम  सब  भारतीय   है ,हम  सब  भारतीय  है |
अपनी  मंजिल  एक  है | ,
आहाहा......   एक  है |,ओहोहो..........  एक  है |
हम  सब  भारतीय  है |

                                     (२)
मंदिर  गुरूद्वारे  भी  है  यहाँ ,और  मस्जिद  भी  है  यहाँ |
गिरजा  का  है  घडयाल   कहीं ,मुल्लाह  कि   कहीं  है  अजान 
एक  ही  अपना  राम  है |,एक  ही  अल्लाह  ताला  है ||
रंग  भी  रंगे  दीपक  है  हम ,..........2
लेकिन  ज्योति   एक  है | 
 आहाहा ..............  एक  है |  ओहोहो..........  एक  है |

हम  सब  भारतीय   है |,हम  सब  भारतीय  है |
अपनी  मंजिल  एक  है | ,
आहाहा......   एक  है |,ओहोहो..........  एक  है |
हम  सब  भारतीय  है |

ये गीत मुझे सब से ज्यादा पसंद है |मै अक्सर इस गीत को गुनगुनाया करता हूँ |
मुझे लगा की इस गीत को आप लोगों के सामने प्रस्तुत करूं |
धन्यवाद्  पर आप लोग अपने घर के छोटे बच्चों को यदि NCC के लिए जागरूक करें तो मै आपका आभारी रहूँगा |
































मैंने NCC से बहुत कुछ पाया है | अनुशासन  जरुरी है जिन्दगी के लिए मैंने यहीं से ये सीख पाई है | और कैंप के यादगार दिन जिन्दगी जीना सीखा जाते  है | और ये जरुर कहूँगा वो जिन्दगी  के सबसे  सुहाने पल होते है | जब कैंप में मस्ती होती है |आप जरुर अपने बच्चों या भाई बहन को इसके लिए प्रेरित करें |
धन्यवाद् 
 LINK FOR WEB PAGE 
http://nccindia.nic.in/




Sunday, August 8, 2010

मै एक भारतीय और अंततः भारतीय ही रहूँगा #20

मै एक भारतीय और अंततः भारतीय  ही रहूँगा ||


चाहे जिस देश में रहूँ  ,चाहे जिस वेश में रहूँ ,
चाहे सुखी रहूँ ,चाहे दुखी रहूँ ,
चाहे भूखा रहूँ ,चाहे प्यासा रहूँ ,
चाहे महलों में ,या फुट -पात में रहूँ |
मै एक भारतीय और अंततः भारतीय ही रहूँगा ||

करूँ किसी देश में भी काम ,चाहे न हो मुझे एक पल भी आराम,
सहूँ लाखो परेशानियाँ  सड़क पर ,या फिर  बिजली न हो  घर पर ,
जीवन की हर कठनाई हँस कर सहूँगा , हमेशा अपने हक के लिए लडूँगा |
मै एक भारतीय और अंततः भारतीय ही रहूँगा ||

चाहे हो देश में भुखमरी और भ्रष्टाचार ,देश में हो चाहे परेशानियाँ अपार ,
हर रोज गायेंगे देश के नाम ,हर खेल देखेंगे देश के नाम ,
डट  कर करेंगे हर कसाब का सामना ,दिखा देंगे ये है देश ऐ हिंदुस्तान  ,
हर दुःख सुख  सँग  मिल सहूँगा, हर देश वासी को मै अपना कहूँगा   |
मै एक भारतीय और अंततः भारतीय ही रहूँगा ||

मनायेंगे ईद और दिवाली ले अल्लाह-ईश्वर का नाम ,
करेंगे ईश्वर  की पूजा और देंगे  नमाज  ऐ अजान ,
खायेंगे खीर लेंगे  सेवई का स्वाद ,
हर त्यौहार मनायेंगे मिल एक दूजे के साथ ,
कभी किसी का बुरा नहीं चाहूँगा ,हमेशा देश के लिए जियूँगा |
मै एक भारतीय और अंततः भारतीय ही रहूँगा ||

श्रीकुमार गुप्ता
जय हिंद
जय भारत
स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनाएँ

Wednesday, August 4, 2010

क्योंकि ये मेरी जिन्दगी की कहानी है

A LETTER TO GOD

सेवा में ,
               मेरे ईश्वर
                                     कुछ चेतनाएँ जीवन की अतीत में झांकते हुए उन अनंत सोंच के बाद मेरे मनोभावों में जागृत एक प्रसस्त्र पुँज रूपी ज्योति प्रगट हुई है | आधा अधुरा ज्ञान है , पर पता नहीं क्यों सोंचता हूँ ,ये ज्ञान पूर्ण हो पाए भी या नहीं | कभी यूँ लगता है , मै तन्हा इन कठनाइयों  को सह पाऊंगा  भी  कि नहीं | हो सकता है ये सम्भव न हो ,मै लडूंगा और अंततः जीतूँगा , ये वादा है | ये जिन्दगी निरंतर हर पल  हर  क्षण ये   संघर्ष मेरी जिन्दगी है |  क्या  करूं जीतना तो है ,सो जीत कर ही दम लूँगा | लोग कते है ,जिन्दगी की कहानी अधूरी होती है पर मेरी कहानी पूरी  होगी | और ये कटु सच्चाई से प्रेरित होगी | क्योंकि ये मेरी जिन्दगी की कहानी है |
                                                                       प्रार्थी-
                                                                      श्रीकुमार गुप्ता