आरजू
है बस मेरी एक ख्वाहिश,
रब से ज्यादा पूजने कि ख्वाहिश,
बोली तून तोडी मुझसे, आशा का दीप चुराया है |
मिले तुझे सब दुआ करूँ मै,
जो अब तक ना मिल पाया है |
तमन्ना है बस खुश रहे तू,
सारा जीवन तुझ पर वारा है |
श्रीकुमार गुप्ता
Chhoti-see,pyaree-see rachana!
ReplyDeleteबहुत खूब .. जिसक प्रेम करो उस पर सबकुछ वारना ही चाहिए .... अच्छा लिखा ऐ ...
ReplyDelete