ये असली तिहार हे हमर संगी
छेरछेरा रे संगी
किसान के होगे बेरा
फसल कटा गे
जम्मो संसो लुआ गे
मुउहा के मस्ती किसान के बस्ती
अन्नपूर्णा देवी के किरिया
दिवाली के दिया बूता गे
होली के सब रँग छुटा गे
जब आगे छेरछेरा के रतिहा
कोठा के धान भरा गे
घर मा लक्ष्मी मा आगे
अमर हो गे छत्तीसगढ़ के भुइहाँ
दे के अन्न के दान मन ला तृप्ति मिल गे
तन ला अमृत मिल गे
ये जोहार हे संगी
ये छत्तीसगढ़ के सबले बड़े तिहार हे संगी
श्री
छेरछेरा रे संगी
किसान के होगे बेरा
फसल कटा गे
जम्मो संसो लुआ गे
मुउहा के मस्ती किसान के बस्ती
अन्नपूर्णा देवी के किरिया
दिवाली के दिया बूता गे
होली के सब रँग छुटा गे
जब आगे छेरछेरा के रतिहा
कोठा के धान भरा गे
घर मा लक्ष्मी मा आगे
अमर हो गे छत्तीसगढ़ के भुइहाँ
दे के अन्न के दान मन ला तृप्ति मिल गे
तन ला अमृत मिल गे
ये जोहार हे संगी
ये छत्तीसगढ़ के सबले बड़े तिहार हे संगी
श्री