तेरी प्यारी आँखों और मुस्कुराहट पे
पूरी कायनात कम लगती है,
काश की हम,
जिम्मेदारी से रुखसत,
कुछ पल साथ गुजारें,
बीती भूलों को सुधारें ,
कुछ अफसाने तुम कहो,
कुछ हम सुनाएँ ,
जीवन तो जल धारा,
जानेकब तक साथ,
गर मुमकिन हो,
हमेशा साथ रहो,
बिन तेरे मैं कुछ नहीं,
बिन तेरे मैं कुछ भी नही
श्री
पूरी कायनात कम लगती है,
काश की हम,
जिम्मेदारी से रुखसत,
कुछ पल साथ गुजारें,
बीती भूलों को सुधारें ,
कुछ अफसाने तुम कहो,
कुछ हम सुनाएँ ,
जीवन तो जल धारा,
जानेकब तक साथ,
गर मुमकिन हो,
हमेशा साथ रहो,
बिन तेरे मैं कुछ नहीं,
बिन तेरे मैं कुछ भी नही
श्री
प्रेम बिना कुछ भी नहीं ... सही कहा है ..
ReplyDeleteनव वर्ष मंगलमय हो ...