तुम किसी से बात मत किया करो ,
यू मेरे जज़्बात चार चार न किया करो
हमसफर हैं हम तुम , जन्म जन्म के ,
यू जन्मों के रिश्ते तार तार न किया करो
आज भी पहेली हो तुम ,
किसी के साथ का भूत हो ,
मेरा वर्तमान और भविष्य,
का ज्योतिष काल
अंधकार न किया करो ।
आजकल हाथ भारी है ,
खून में उबाल भी है ,
किसी की खोज में खुद को
शर्मशार न किया करो 💪🏻
बहुत हैं मेरे भी,
चाहने वालों की फेहरिस्त,
तुम उकसा के अपना,
बवाल न किया करो ।
मैं समस्या और समाधान साथ रखता हूं ,
तुम्हारा अधूरा भविष्य साथ रखता हूं
नव ग्रह को कहां विचरना है मुझे आता है ,
तुम यूं ही अपना काल न बदला करो।
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