आतंकवादी.......
खुद को शेर कहते हो,
खुद को शेर कहते हो,
अरे डरपोक चुहे हो तुम |
निह्त्थो पर वार करने वाले
दरिंदगी कि हद हो तुम |
खुद को बन्दे कहने वाले
शैतान कि औलाद हो तुम |
दम है तो सामना करो
क्यों डर कर भागते हो तुम |
अपने घर वालों हि नही
इस दुनिया के कलंक हो तुम .......
श्रीकुमार गुप्ता
श्रीकुमार गुप्ता
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