Thursday, April 8, 2010

नक्सलवाद (naxalism )34

नक्सलवाद
लहू की गंगा
और ख़ूनी आँख ,
इसी का नाम है
नक्सलवाद |

कहो मारोगे ,
या काटोगे ,
या जिन्दा
जलाओगे |

दल दल हो
तुम,
क्रोध की
अग्नि में,
एक दिन खुद ही
भस्म हो जाओगे |

एक गँदगी हो तुम , 
अपनी गलती दोहराते हो ,
बस भोग विलास के
बहाने तलासते हो |

बदलना चाहते हो सत्ता ,
और सामने आने
से भी घबराते हो |

अपनी ऊँची बातों से ,
भोले ग्रामीणों को
बहकाते हो |

न ये कारवाँ रुकेगा ,
न तुम सफल हो पाओगे ,
एक काले धब्बे से ,
बस अपनी औकात
दिखाओगे |

वो गौरव के सितारे है |
जो शहीद हुए ,
तुम तो बिना कफ़न के ही ,
दफ़न  हो जाओगे |

और मिटटी की
गहराई में ,
अपने कोरे अस्तित्व
को पाओगे |
                श्रीकुमार गुप्ता

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